देश के विभाजन को आजादी कहना गलत है, 1947 की आजादी का दूसरा एक पक्ष राष्ट्रीय त्रासदी भी है- पं अशोक शर्मा

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div class="separator" style="clear: both;">मेरठ: शारदा रोड स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर परिसर में हिंदू महासभा भवन में आयोजित राष्ट्रीय त्रासदी दिवस 14 अगस्त को शोक दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी गोडसे आपटे धाम के महंत पंडित अशोक शर्मा जी द्वारा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को एक ज्ञापन भी दिया गया। श्री राधा कृष्ण मंदिर के महंत व विश्व हिंदू पीठ के अध्यक्ष आचार्य मदन जी द्वारा लिखित ज्ञापन में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आशा व्यक्त की है कि वह भारत को पुनः अखंड और हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पिछले 50 वर्षों से अखिल भारत हिंदू महासभा के वरिष्ठ नेता पंडित अशोक शर्मा जी के नेतृत्व में 14 अगस्त को राष्ट्रीय शोक दिवस के रूप में बनाने की मांग हो रही है पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदू महासभा के इस बात को स्वीकार किया और देश विभाजन के इस दुखद दिवस को राष्ट्रीय त्रासदी दिवस के रूप में संबोधित किया। स्वाधीनता दिवस से पूर्व 14 अगस्त की रात्रि को काले झंडे दिखाने की घोषणा के बाद मेरठ स्थित गोडसे आप्टे धाम को लगभग डेढ़ सौ पुलिसकर्मियों ने घेर लिया था। किंतु पंडित अशोक शर्मा जी के नेतृत्व में गोडसे वादी हिंदू सभाई कार्यकर्ताओं ने धैर्य और साहस के साथ देश विभाजन के विरोध को शासन के सामने रखा । पंडित अशोक जी द्वारा दिया गया वक्तव्य का वीडियो देखें माननीय प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी को दिए गए ज्ञापन की प्रतिलिपि
पंडित अशोक शर्मा जी ने देश विभाजन के लिए नेहरू और गांधी को जिम्मेदार ठहराया। देखें यह वीडियो