पाकिस्तान और बांग्लादेश को विश्व के नक्शे से मिटा के ही "हिंदू राष्ट्र" बनेगा भारत- आचार्य मदन


 मेरठ, 19 मई। आज मेरठ में हिंदू महासभा के वयोवृद्ध नेता पंडित अशोक शर्मा की अध्यक्षता में शारदा रोड स्थित "गोडसे आप्टे धाम" में अमर हुतात्मा पंडित नाथूराम गोडसे की 112 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में यज्ञ का आयोजन  किया गया। इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित 'श्रीमद जगद्गुरु शारदा सर्वज्ञ पीठ कश्मीर' के महामंत्री एवं विश्व हिंदू पीठाधीश्वर आचार्य मदन ने उपस्थित जनो के सामने मीडिआ के माध्यम से भारत के ग्रह मंत्री को याद दिलाते हुए कहा कि "केवल कश्मीर ही नहीं अपितु पाकिस्तान और बांग्लादेश का सारा भूभाग "अखंड भारत" के राजनीतिक नक्शे में सम्मिलित होनी चाहिए" उन्हों ने उपस्थित जन समूह को समझते हुए कहा कि "भारत की वास्तविक पहचान को समझने, जानने और जीने के लिए हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को स्वीकार करने की आवश्यकता है, जिसके लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश को विश्व के नक्शे से मिटा दिया जाना चाहिए"


उन्हों ने याद दिलाया कि "पूर्व सेना अध्यक्ष श्रीमान एम एम नरवाने ने दावा किया था कि सरकार आदेश करें तो भारतीय सेना पाक अधिकृत कश्मीर को मुक्त कराने में सक्षम है किंतु भारत सरकार ने इस पर एक्शन नहीं लिया वर्तमान भारतीय थल सेना अध्यक्ष श्री मनोज पांडे से आशा की जानी चाहिए कि वह भारतीय सेना को इतना सक्षम करने में सफल हो कि 1947 के समय छल पूर्वक किए गए भारत के बंटवारे में सम्मिलित भारतीय जमीन को फिर से अखंड भारत के राजनीतिक मानचित्र में सम्मिलित हो।"


इस अवसर पर हिंदू महासभा के वयोवृद्ध नेता पंडित अशोक शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि "पंडित नाथूराम गोडसे और नाना नारायण आप्टे दोनों ही सशस्त्र क्रांति की विचारधारा को मानने वाले थे। स्वातंत्र्य वीर सावरकर की प्रेरणा से उन्होंने देश का बंटवारा करने वाले और भारत की जमीन पर आक्रमणकारी अरब के मलेच्छों का शासन स्थापित करने वाले देशद्रोही गांधी को यमलोक पहुंचाया था। 

हिन्दु सभाई नेता भरत राजपूत ने बताया कि "सावरकर की विचारधारा के कारण ही भारतीय सेना आज विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेना बन चुकी है। गांधी की अहिंसा की नकली नीति पर यदि चलते तो भारत विश्व के नक्शे से मिट जाता, गोडसे द्वारा गांधी के वध के बाद नकली अहिंसा की नीति का भी अंत हो गया था। भारतीय सेना ने 1948 तक दो तिहाई कश्मीर मुक्त करा लिया था और पाकिस्तान के साथ 1965, 1971 और 1998 के युद्ध में भी सफलता प्राप्त की थी। आज की मजबूत भारतीय सेना वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के दूरदृष्टि का ही परिणाम है।


इस अवसर पर 'हिंदू डिफेंस लीग' के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत जिंदल ने बताया कि सही जानकारी के आभाव में और कुछ राजनैतिक कारण के चलते गोडसे जी से जुड़े तथ्यों को या तो मोड़-तरोड के बताया गया है नहीं तो कोरा झूट बता कर गोडसे जी कि पावन छवि को धूमिल किया गया है! समाया कि ज़रूरत है कि इन तथ्यों को युवा पीढ़ी के सामने पूर्ण सत्यता के साथ रक्खा जाये!' और उन्हों ने घोषणा करते हुए कहा कि, "पंडित नाथूराम गोडसे के जीवन पर एक फिल्म का निर्माण किया जाएगा। इस फिल्म में 30 जनवरी 1948 गांधी वध से लेकर 15 नवंबर 1949 तक उनके कारावास और अदालती कार्यवाही को फोकस किया जाएगा। अभी देश इस गांधी वध से जुड़े बहुत सारी बातों से अनजान है, जो मीडिया ने भी आज तक उसे प्रकाशित नहीं किया वह इस फिल्म में दिखाया जाएगा।"


इस अवसर पर हिन्दू महासभा मेरठ जिला के अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल ने महासभा के भविष्य में होने वाले आंदोलन कि जानकारी देते हुए कहा कि "संसद भवन के परिसर में स्थित गांधी की प्रतिमा देश के धोके से किये गए बटंवारे का प्रतीक है, हम सरकार से आग्रेह करेंगे कि वहां से गाँधी की प्रतिमा को हटा कर पुनः अखंड हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना को मूर्तरूप देने वाले हुतात्मा पंडित नाथूराम गोडसे जी की प्रतिमा स्थापित करे।