हरिद्वार तीर्थ को विकसित करने के लिए स्वायत्त प्राधिकरण बनाने की आवश्यकता है -महंत दुर्गा दास जी महाराज

हरिद्वार । 5 अक्टूबर 2022। हरिद्वार में मां गंगा जी के तट पर आयोजित अखिल भारतीय तीर्थ मर्यादा परिषद की कार्यसमिति की बैठक में श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के मुखिया महंत श्री दुर्गा दास जी महाराज ने कहा कि प्रतिवर्ष करोड़ों तीर्थयात्री कुंभ नगरी हरिद्वार में आते हैं, किंतु और गंगा जी की पावन मर्यादा का जितना ध्यान और सनातन परंपराओं का पालन होना चाहिए, उतनी नहीं हो रहा है। इसके लिए अखिल भारतीय तीर्थ मर्यादा परिषद देश विदेश से हरिद्वार आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए एक निर्देशिका पत्रिका के रूप में प्रकाशित करेगी। इसके अलावा हरिद्वार को राजनीतिक गुटबाजी से मुक्त करने के लिए हरिद्वार कुंभ नगरी के क्षेत्र को हरिद्वार तीर्थ प्राधिकरण बना देना चाहिए और उसकी प्रशासनिक व्यवस्था हरिद्वार के प्रमुख संतों, तीर्थ पुरोहितों, वैदिक ब्राह्मणों और योग साधकों के अधीन होनी चाहिए। तीर्थ मर्यादा परिषद की ओर से महंत दुर्गादास जी को सम्मान देते हुए, देखिए यह वीडियो इस अवसर पर तीर्थ मर्यादा परिषद के अध्यक्ष पंडित जितेंद्र शर्मा विद्याकुल, महामंत्री आचार्य मदन व सभापति पंडित इंद्र मोहन मिश्र जी द्वारा महंत दुर्गादास जी का आशीर्वाद प्राप्त करके उनको अखिल भारतीय तीर्थ मर्यादा परिषद का संरक्षक बनाया गया। पंडित जितेंद्र शर्मा जी ने बताया कि परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल सभी अखाड़ों के प्रमुख संतों से भेंट वार्ता करके हरिद्वार तीर्थ के धार्मिक विकास का मॉडल तैयार करेगा।
परिषद के सभापति पंडित इंद्र मोहन मिश्र जी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी तीर्थयात्री चाहे वह व्यक्तिगत कर्मकांड के लिए हरिद्वार आता हूं या चार धाम की यात्रा के लिए हरिद्वार प्रवास करें उसे तीर्थ की मर्यादा का पालन अवश्य करना चाहिए। यदि कोई हिंदू हरिद्वार तीर्थ में आकर भी सनातन धर्म के नियमों का उल्लंघन करके मौज मस्ती करता है तो वह अपने पुण्य कर्मों को नष्ट कर देगा। इसलिए ऐसे महापाप से बचाने के लिए तीर्थ मर्यादा अनुपालन निर्देशिका का प्रकाशन किया जा रहा है। परिषद की कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से तीर्थ मर्यादा अनुपालन निर्देशिका के संपादन का कार्य महामंत्री आचार्य मदन को सौंपा गया।