संसद भवन चौक में बलिदानी गोभक्तों की स्मृति में स्मारक बनाने की मांग को लेकर गौ महासभा का हुआ गठन


सन 66 गौ भक्तों का प्रदर्शन

नई दिल्ली। 6 मार्च। दिल्ली के विवेकानंद आश्रम में आयोजित धर्म सभा में देशभर के धर्माचार्य संतो, व समाजसेवी संगठनों के द्वारा गौ रक्षा विषय पर विचार मंथन किया गया। 

बैठक से पूर्व गौ पूजन का कार्यक्रम किया गया। इस धर्म सभा के संयोजक पंडित आचार्य अजय गौतम जी ने बताया कि इस संगठन का नाम आदि शंकर गौ सेवा महासभा होगा जिसे गौ महासभा के नाम से संचालित किया जाएगा।

धर्म सभा में उपस्थित सभी प्रतिनिधि सदस्यों व धर्म आचार्यों ने बहुमत से प्रस्ताव पारित करते हुए निर्णय दिया कि गौ महासभा के संस्थापक पंडित आचार्य अजय गौतम को चेयरमैन, आचार्य मदन जी महाराज को राष्ट्रीय अध्यक्ष और श्री कौशलेंद्र वर्मा को महासचिव पद पर नियुक्त किया जाता है। जो भविष्य में उच्च अधिकार समिति के रूप में कार्य करते हुए संस्था के आंतरिक विवादों पर मिलकर अंतिम निर्णय देंगे।  वीर रामनाथ लूथरा, आचार्य गगन शास्त्री और श्री निशांत जिंदल  जी को राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में मनोनीत किया गया।  

      संस्थापक चेयरमैन आचार्य अजय गौतम ने इस गौ महासभा के संगठन के मुख्य उद्देश्य को बताते हुए कहा कि सन 1966 में धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज के आवाहन पर गौ रक्षा के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर संसद भवन चौक पर प्रदर्शन करने वाले निहत्थे गौ भक्तों का नरसंहार किया गया था। इसलिए सर्वप्रथम गौ महासभा के द्वारा उन बलिदानी वीर गौ भक्तों की स्मृति में उसी स्थल पर संसद भवन के निकट एक दर्शनीय अमर हुतात्मा गौ भक्त स्मारक बनाने के लिए विराट आंदोलन किया जाएगा। दूसरा लक्ष्य देशभर में सभी गोचर भूमि को चिन्हित कर उन्हें गोवंश की सेवा और संवर्धन के लिए ही उपयोग हो ऐसी प्रशासनिक व्यवस्था की जाएगी, तीसरा गौ तस्करी और गोकशी से संबंधित सभी आपराधिक मामलों में गौ भक्षकों और गौ तस्करों से संघर्ष कर रहे गौ भक्तों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए गौ महासभा सदैव उपलब्ध रहेगी इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। गोवंश की समृद्धि और गौ रक्षकों की सुरक्षा की मांग को लेकर गौ महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलकर ज्ञापन भी देगा।  

   राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य मदन जी ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा पारित गौ महासभा के दस सूत्री संकल्प कार्यक्रम की घोषणा की। इस संकल्प पत्र में स्पष्ट किया है कि एक वर्ष के भीतर संसद भवन के निकट बलिदानी गौ भक्त स्मारक से लेकर गौ वंश की सेवा और गौ रक्षकों की सुरक्षा करने का लक्ष्य रखा है।

 


 इस धर्म सभा में गौ महासभा के संरक्षक आचार्य डॉ विक्रमादित्य जी महाराज, प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अजय भांबी, डाॅ सुरेश कुमारी, सुभेश शर्मन, डाॅ वाइ. राखी, डाॅ नीति शर्मा, डी. पी. शास्त्री, रूपा बुद्धिराजा,  गोधन पत्रिका के संपादक व श्रेष्ठ समाज संस्था के अध्यक्ष श्री लोकेश शर्मा जी कामधेनु आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय खुराना जी, वैदिक गुरुकुल बागपत के कुलपति सत्येंद्र वशिष्ठ अधिवक्ता, आचार्य राममिलन जी, योगाचार्य आनंद स्वामी जी, करपात्री फाउंडेशन के प्रमुख स्वामी भक्ति प्रकाश जी, डाॅ महेंद्र त्यागी जी, आचार्य नीलेश जी, हिंदू डिफेंस लीग के अध्यक्ष श्री निशांत जिंदल जी, सावरकर टाइम्स के संपादक व विश्व हिंदू पीठ के महामंत्री वीर रामनाथ लूथरा जी, श्री सुरेंद्र चौधरी, श्री संजय जैन, श्री विनोद गोयल व वरिष्ठ साहित्यकार श्री तिलन रिछारिया जी भी उपस्थित रहे, सभी ने गौ रक्षा के विषय में अपने खुलकर अपने विचार व अनुभव सांझा किए।

इस अवसर पर 108 गौ रक्षक भक्तों को सम्मान पत्र प्रदान किया गया। विशेष रुप से श्री रॉकी राणा और श्री कुलदीप आजाद को सैकड़ों गोवंश को कसाईयों से मुक्त कराने के लिए सम्मानित किया गया। 

 राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य मदन ने बताया कि शीघ्र ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी। साथ ही गौ महासभा के उद्देश्यों के समर्थन में सभी 13 अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वरों का समर्थन प्राप्त करने के लिए प्रयास किया जाएगा। जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष द्वारका पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद जी के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज की शुभकामनाएं  गौ महासभा को प्राप्त हो चुकी हैं। शेष अन्य शारदा श्रृंगेरी पीठ और पुरी गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य से भी भेंट करके उनके आशीर्वाद से गौ रक्षा के कार्य को और मजबूत किया जाएगा।